उत्तराखंडप्रशासन

*एमडीडीए ने दो और भू स्वामियों पर की कार्रवाई*

आ​खिर किस की शह पर बन रहे हैं पशुलोक विस्थापित में इमारतें।पशुलोक विस्थापित बनता जा रहा है कंक्रीट का जंगल

ऋ​षिकेश। ऋ​षिकेश के पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में भूमाफिया नियमों को ताक पर रख अवैध रूप से बड़ी- बड़ी इमारतों का निर्माण करने में लगे हुए हैं। एमडीडीए की लाख प्रयासों के बावजूद ऋ​षिकेश जैसे धार्मिक क्षेत्र में अवैध निर्माण कार्यों की बाढ़ को रोका नहीं जा सका है। अब एमडीडीए ने दो भू स्वामियों को बिना स्वीकृति के निर्माण कार्य शुरू करने में नोटिस देकर निर्माण कार्य रोकने और सील करने के निर्देश दिए है। जिनमें निर्मल ब्लॉक बी- पशुलोक विस्थापित अनुज त्यागी है। जिसने बिना स्वीकृति के निर्माण स्थल पर बुनियाद भराई का कार्य शुरू किया। प्रा​धिकरण ने मामला संज्ञान में आने के बाद उक्त साइट को सील करने का भी निर्देश दिए। वहीं दूसरा मामला गली नंबर 7 निर्मल बाग विस्थापित में भवन स्वामी नरेंद्र सिंह ने बिना एमडीडीए की स्वीकृति के लगातार निर्माण कार्य किया जा रहा है। एमडीडीएम की टीम के संज्ञान में आने के बाद अब उन्हें नोटिस देकर कार्य बंद रखने को कहा गया था। लेकिन इसके बावजूद कार्य नहीं रोकने पर प्रा​धिकरण ने निर्माण कार्य को सील करने की कार्रवाई अमल में लाई है।

 

आ​खिर एमडीडीए के निमयों का पालन नहीं कर रहे लोग।
एमडीडीए लगातार अवैध रूम से निर्माण कार्य करने वाले भवन स्वामियों को नोटिस तो थमा रहा लेकिन ऋ​षिकेश में इमारतों के बनने के सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आ​खिर भू- मा​फियों की शह पर तो नहीं यह हो रहा है यह सवाल शहर के आमजन भी कई बार उठाते रहे हैं। लेकिन निर्मल ब्लॉक व पशुलोक विस्थापित में टिहरी बांध प्रभावितों की जमीनें मिली थी मगर भू माफियों नजर पड़ने से यहां पर बड़े होटल व कई मंजिला इमारतें खड़ी मिलती है।

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